Small short stories with moral values in Hindi
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Moral stories in Hindi for class 5
Small short stories with moral values in Hindi 2022
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Small short stories with moral values in Hindi 2022 Part-1
एक गांव का मुखिया(Village chief) था लेकिन उसके पास जमीन जायदाद(Real estate) की कोई कमी नहीं थी। और उस गांव के लोगों के जमीनों के लगभगआधा हिस्सा (Half of)उस मुखिया का था।वह मुखिया काफी बूढ़ा(Old man) था ।लेकिन वह बहुत चिंतित(Concerned) था, वह मुखिया सोचता था मेरी मृत्यु के बाद जमीन- जायदाद का ख्यालअच्छी तरह से रख सकता है या नहीं? फिर मुखिया ने सोचा सभी पुत्रों का परीक्षा लिया जाए उसके बाद, मुखिया सभी बेटे को बुलाते हैं । फिर मुखिया चारों बेटे को बोलते हैं मैं तुम्हें 100- 100 रुपया देता हूं ,
इस पैसों से तुम लोग ऐसा कुछ लेकर आओ, जिससे मेरा कमरा(Room) भर जाए, और तुम्हारे पास 2 दिन समय है। 2 दिनों के अंदर तुम लोगों को मेरे कामरे को कुछ वस्तु(Thing) से भरना है। फिर तीनों बेटे ने पैसे लेकर बाहर निकल जाता है । और जो छोटा बेटा है वह घर में ही रहता है।
Small short stories with moral values in hindi
फिर उन तीनों में से बड़ा बेटा पैसे लेकर तुरंत चावल पौधा का भूसा (Rice straw)लाता है ,दूसरा बेटा जूट पौधे का डंडा (Jute stick)और तीसरा बेटा एक रूई की पौधे से रुई (Cotton)लेकर आते हैं। और तीनों बेटे कमरा भरना शुरू कर देता है । लेकिन जो छोटा बेटा है वह कुछ नहीं करता है ,लेकिन उन तीनों बेटों में हलचल मच गई थी। जब दूसरे दिन गांव के मुखिया ने सभी बेटे को बुलाया-
फिर उन तीनों बेटों ने कहां- आपका दिया हुआ पैसों से आपका कमरा भर दिया। अंतिम में जब छोटे बेटे का बारी आई तब मुखिया(Village chief) ने छोटा बेटा से पूछा! तुम उस पैसे का कुछ भी नहीं लाए हो क्या ? फिर छोटा बेटा एक मोमबत्ती(Candle) लेकर आते हैं फिर मोमबत्ती को कमरे में जलाते हैं ।
फिर गांव का मुखिया (Village chief) छोटा बेटा से पूछता है मोमबत्ती क्यों लाए हो फिर छोटा बेटा कहता है- पिताजी आपने जो पैसे दिए थे उन पैसों से मैं क्या ला सकता हूं। इसलिए मैंने सोचा एक मोमबत्ती ले लेता हूं ताकि कमरे की अंधकार को प्रकाश कर सकूं!(I can light up the darkness of the room) यह बात सुनकर गांव का मुखिया खुश हो गया।
Small short stories with moral values in hindi Part-2
बहुत समय पहले एक मछुआरा(Fisherman) रहता था। उस मछुआरा का नाम श्याम था(The name of the fisherman was Shyam) ।वह अपने दैनिक जीवन यापन(Daily living) के लिए नदी में मछलियां पकड़ता था। वह उस नदी में पकड़ी हुई मछलियां को लेआता था। और उसे बेचने के लिए प्रतिदिन बाजार(Market) जाता था, मछली बेचकर(By selling) जो पैसा कमाता(Earns) था, उससे परिवार का भरण पोषण(Family sustenance) होता था।
एक दिन श्याम रोज की तरह मछली (Fish) बेच कर घर लौट रहा था। एक भिखारी(Beggar), श्याम के सामने भीख मांगने (Begging)लगा, भिखारी ने श्याम से कहा, “बाबू, मुझे कुछ पैसे दे दो ,मैंने सुबह से कुछ नहीं खाया है, मुझे कुछ पैसे दे दो ताकि मैं कुछ खा सकूं, उस भिखारी को देखकर श्याम को दया आ गई थी(Mercy had come)। श्याम उस भिखारी को इस अवस्था में नहीं देख सकता था। इसलिए श्याम ने तुरंत अपनी जेब से पैसे निकलकर भिखारी को दे दिया। और भिखारी पैसा पाकर, खुश होकर चला जाता है, और श्याम भी घर जाता है ।
Small short stories with moral values in hindi
फिर अगले ही दिन वह भिखारी श्याम से पैसे मांगने आता हैं। भिखारी को कुछ पैसे दे देता है। तीसरे दिन भी वह भिखारी श्याम से पैसे मांगने आता है, फिर उसे कुछ पैसे देता है, पैसे देने के बाद श्याम ने सोचा कि, वह भिखारी रोज खाने के लिए पैसे तो ले रहा है ! लेकिन बेरोजगारों(Unemployment) की हालत क्यों नहीं बदल रही है, ऐसा सोचकर श्याम ने निर्णय(Decision) किया कि वह कुछ करने के लिए।श्याम ने सोचा भिखारी को पैसे दूंगा जिससे भिखारी खुद कुछ काम कर सके और खा सके, श्याम ने जैसा ही सोचा था वैसा ही काम दिमाग(Brain) में आया। अगले दिन जब भिखारी फिर पैसे मांगने आया तो, उसने कुछ पैसे और भी दे दिए। और फिर जब वह चला जाता है, तो श्याम भी उसके पीछे पीछे जाता है। श्याम कुछ दूर जाकर भिखारी को पीछे से बुलाया और कहा कि- कल तुम नदी के घाट पर (One the bank of the river)आना क्योंकि मैं तुम्हें कुछ खास चीज(Special item) देने वाला हूं ।
Small short stories with moral values in hindi
अगले दिन श्याम मछली पकड़ने नदी(River) पर जाता है तो श्याम ने देखा कि, भिखारी पहले से ही वहां बैठा हुआ है। जैसे ही श्याम भिखारी के पास पहुंचा भिखारी ने कहा मेरी खास चीज कहा है फिर शाम ने उसे एक जाल(Net) दिया, और कहा जैसा मैंने नदी में जाल फेकता हूं वैसा ही तुम भी जाल फेंको और मछली पकड़ो भिखारी कोई बार जाल फेंकने(throw) के बावजूद जाल में मछली नहीं आई।
फिर श्याम भिखारी को कुछ नियम बता दिया फिर भी वह भिखारी ठीक से जाल को नदी में नहीं फेंक सका फिर भी श्याम की खास चीज के लालच में बार-बार जाल फेकता रहा। भिखारी ने कोई बार जाल फेंकने के बाद उसने ठीक से जाल फेकता है फिर भिखारी मछली का इंतजार करता है ।कुछ ही देर बाद जाल में मछलियां हलचल मचाते हुए(Stirring up) देखते हैं। फिर वह भिखारी खुशी से श्याम को बताते हैं ।
जाल पानी से उठाने के बाद भिखारी ने फिर से श्याम को कहा- मेरी खास चीज मुझे दे दो, फिर श्याम ने कहा- वह चीज मैंने तुम्हें दे दी है। यह सुनकर भिखारी को कुछ समझ में नहीं आया। भिखारी भावुक(Emotional) होकर श्याम की और देखा तो शाम ने भिखारी को कहा कि, मैंने तुम्हें मछली पकड़ना सिखा दिया है, तुम्हें और भीख मांगने नहीं पड़ेगी। खुद कमा सकते हो और खा भी सकते हो, श्याम की यह बात सुनकर भिखारी को समझ में आ गई।
Small short stories with moral values in hindi Part-3
बहुत पहले चमार नाम का एक आदमी था(Long ago there was a man named Chamar)। उसका पेशा(profession) मछली पकड़ना(catching fish), वह रोज गांव के पास एक नदी(River) में मछली पकड़ने जाता था। चमार प्रतिदिन की भांति उस दिन भी मछली पकड़ने के लिए जाल फेकता है, फिर चमार नदी के किनारे बैठकर प्रतीक्षा करने लगा फिर उसने बहुत सारे मछलियां पकड़ता है।
फिर वह रोज की तरह पास के बाजार(Market) में मछलियां बेचने जाता है। पकड़ी हुई सभी मछलियां को बेच देता है उससे चमार को खूब धन मिलता है । इस प्रकार उसका संसार चल रहा था। इस प्रकार चमार एक दिन नदी में जाल फेंककर प्रतीक्षा करने लगा, फिर जब चमार जाल खींचने गया तो, उसे लगा की जाल खींचने में आज कुछ ज्यादा ही ताकत महसूस(Feel) हो रहा है। यह देख कर चमार मछुआरा ने सोचा कि आज जाल में बहुत मछलियां पकड़ी है, फिर चमार बहुत खुश हुआ और जाल खींचने(net pull) लगा।लेकिन जब चमार पूरा जाल खींचा तो उसने देखा की जाल में केवल एक मछली(Fish) है। फिर चमार चौक जाता है(gets shocked) , थोड़ी देर बाद मछली बातें करने लगती है। यह देखकर चमार और भी हैरान(astonished) हो गया, इसी बीच छोटी सी मछली चमार को बोलने लगी- ‘चमार मछुआरा कृपया मुझे छोड़ दिया जाए(chamar fisherman please release me), नहीं तो पानी से निकलते ही मर जाऊंगी कृपया मुझे छोड़ दो।
Small short stories with moral values in hindi
लेकिन चमार मछुआरे(fishermen) मछली की यह बातें नहीं सुनी! फिर मछली करुण भाषा(compassionate language) में कहती रही मछुआरा अगर तुम मुझे अभी छोड़ दोगे, तो बाद में जब मछली पकड़ने आओगे तब मैं आपने मित्रों(Friends) को तुम्हारी सहायता (Help)करने को कहूंगा । यदि तुम उस समय अपना जाल नदी में डालते है तो, तुम अधिक मछलियां पकड़ सकते हो, यह सुनकर चमार सोचने लगा(began to think)।
Small short stories with moral values in hindi
यह मछली सही बात बोल रही है। आज इसे ले जाओ तो उसे केवल एक ही मछली मिलेगी, लेकिन कल अगर मछली आपने दोस्तों(Friends) को ले आई तो, उसे एक साथ कई मछलियां मिलेगी। यह सोच कर शाम मछुआरा के अंदर लालच आ जाता है(greed kicks in)। फिर मछली को पानी में छोड़ देता है। और मछली पानी में जाने के बाद मछली इस घटना के बारे में सभी दोस्तों को बताया, और इस घटना को सुनकर उस मछली की सभी दोस्तों तथा पड़ोसी(neighborhood) मछलियां सतर्क हो गए ।
फिर चमार मछुआरे अगले दिन नदी में मछली पकड़ने आता है। फिर चमार हमेशा की तरह पानी में जाल डालकर लंबे समय तक इंतजार(Waiting) करने के बाद, जब चमार मछुआरा जाल उठाने गया तो, उसने देखा की जाल में एक भी मछली नहीं है। इस दृश्य(Scene) को देखने के बाद चमार मछुआरे को अपनी गलती(Mistake) का एहसास(Feeling) हुआ की, छोटी मछली ने उसे बेवकूफ(Idiot) बनाया है।
Small short stories with moral values in hindi Part-4
एक गांव में 2 विकलांग व्यक्ति थे(There were 2 handicapped persons in a village)।अंधा(Blind) और लंगड़ा(Lame) जब दोनों एक साथ मिलते थे तब दोनों लड़ते थे। जो अंधा व्यक्ति(person) होता है वह लंगड़ा व्यक्ति को कहता है- मैं अंधा हूं परंतु मैं चल सकता हूं दौड़ सकता हूं और तुम लंगड़ा हो इसलिए (Society) में तुम्हारा कोई कीमत(worth) नहीं है।
लंगड़ा – लंगड़ा(Lame) व्यक्ति अंधे(Blind) को बोलता है। मैं भले हीलंगड़ा हूं लेकिन, मैं देख सकता हूं ,अनुभव कर सकता हूं, चलना और दौड़ने की अलावा मैं सब कुछ कर सकता हूं ।लेकिन तुम तो देख भी नहीं सकते हो, इसलिए तुम इस धरती का बोझ हो इसलिए तुम्हें मेरे बराबर नहीं करना चाहिए।
ऐसे ही एक दिन झगड़ा करते-करते वे दोनों गांव के मुखिया के पास जाते हैं। फिर मुखिया अंधा (Blind)और लंगड़ा(Lame) की बातें सुनके परामर्श देता है- तुम दोनों की परीक्षा लेनी होगी और जो परीक्षा में कामयाब होगा, उसको बड़ा माना जाएगा और वह परीक्षा है -तुम दोनों को रेल रास्ते में चलना है ,अगला Station तक जो आगे स्टेशन पहुंच जाएगा उसको कामयाब माना जाएगा।
Small short stories with moral values in hindi
फिर अंधा और लंगड़ा(Lame) दोनों प्रतियोगिता(Competition) शुरू कर देता । रेल रास्ते(rail routes) के बीच एक बड़ा पुल(Bridge) आता है, उस पुल के बीच वै दनो चलते-चलते लंगड़ा का एक पैर रेल लाइन के बीच अटक जाता है(one leg gets stuck between the rail line) । फिर लंगड़ा वहां से पैर को नहीं निकाल पाते हैं, और अंधा(Blind) भी धीरे-धीरे चल के लंगड़ा के पास आता है ।
उसी समय रेल(rail) आने की आवाज दोनों को सुनाई देती है। फिर वे दोनों बहुत डर जाते हैं दोनों एक दूसरे से बात करने लगते हैं -की अभी हम यहां से कैसे निकले, फिर अंधे की दिमाग में एक बुद्धि आया। फिर अंधा लंगड़ा (Lame) को बोला अगर हमें बचना है तो, एक ही रास्ता है इसके अलावा और कोई चारा नहीं है(have no choice)।
फिर अंधा लंगड़ा(Lame) को( परामर्श) देता है, तुम मेरे (shoulders) में बैठ जाओ और रास्ता दिखाओ और मैं तुम्हारे रास्ते पर चलूंगा(walk your way)r) अंधा की बात मान लेता है ।लंगड़ा अंधा(Blind) के गर्दन पर बैठ जाता है। फिर वह दोनों पूल में रेलगाड़ी आने से पहले ही सुरक्षित(safe) रेल की रास्ते से बाहर निकलता है। उसके बाद लंगड़ा और अंधा को यह ज्ञान मिला इस संसार में सबको सभी की जरूरत है(everyone needs everyone in this world)।
Small short stories with moral values in hindi Part-5
एक बड़े जंगल में दो कौबे (Crows)रहते थे। वे दोनों पति- पत्नी थे(The crows lived in a big forest.they were both husband and wife)। और उनके दो बच्चे थे, दोनों (Children of crows)बच्चे कौवों के पंख (Wing)छोटे-छोटे थे। इस कारण बे बच्चे आसमान में नहीं उड़(Flying) सकते थे। दोनों बच्चे घोंसला(Nest) में रहते थे। एक दिन उन दोनों बच्चों की माता- पिता बाहर जाते हैं। तभी कौवे के घोंसला में एक बड़ा सांप (Snake)आता है और दोनों बच्चे को लेकर चला जाता है।
उसके बाद कौबे माता- पिता(Crows parents) अपना घोंसला पर आता है। फिर दोनों अपने बच्चे को इधर-उधर ढूंढने (To find)लगते हैं ।फिर दोनों कौबे अपने बच्चे को देखने के लिए परेशान(Worried) हो जाते हैं। ऐसे ही ढूंढते ढूंढते दोनों कौबे उस सांप गुफा(Snake cave) की ओर चला जाता है। देखते हैं कि -गुफा के आसपास छोटे बच्चे के पंख नजर आ रहे थे। फिर दोनों गुफा के अंदर दृश्य झांक((To peep) के देख लेते हैं ।और दोनों बच्चों को दिखाई देती है फिर दोनों वहां से बाहर निकल कर सोचते हैं, हमारे बच्चे को कैसे बचाया जाए।
Small short stori es with moral values in hindi
फिर दोनों कौबे माता-पिता के दिमाग में एक Plan( विचार) आता है। दोनों कौबे उड़ के चले जाते है, राजा के घर, (King’s house)जहां राजा की बेटी(King’s daughter) नहाती है , नहाने से पहले अपने सारे गहने(Jewelry) उतार देती है ।वहां से दोनों कौबे(Crows parents) दो गहने उठाकर ले जाते हैं और सांप के गुफा में डाल देते हैं, फिर राजा की पुत्री चिल्लाने लगती है ।
राजा के सेनापति (Commander)दोनों कौवे के पीछे भागते हुए उस सांप की गुफा में पहुंच जाते हैं ।गुफा से गहनों को निकलने जाते हैं तो, एक बड़ा सांप देख लेते हैं, फिर सेनापतियों ने सोचा गहने ले जाना है तो ,पहले सांप(Snake) को मरना है। फिर राजा के सेनाओं ने उसको मार देते हैं(Let’s kill) और गहने ले जाते हैं । फिर दोनों माता-पिता अपने बच्चे को गुफा से निकल लेते हैं
इस कहानी से हमें यह ज्ञान हुआ, किसी भी समस्या जीवन में आए तो धैर्य और बुद्धि रखनी चाहिए और बुद्धि की हमेशा “जय” होता है(If any problem comes in life then one should have patience and wisdom, patience and wisdom always wins)
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